कोई और नही रे श्याम सरीखो
कोई और नही रे श्याम सरीखो,दूजो लख दातार कोई और नही,जांचे परखे फिर भगता पे रीझे रे सरकार,कोई और नही रे श्याम सरीखो।। सांचो है दरबार श्याम का बहुत बड़ी सखलायी जी,कलयुग अवतार संवारो पूज रहो संसार कोई और नही,कोई और नही रे श्याम सरीखो।। दुनिया माहि सुनी बहुत है श्याम किरपा की चर्चा जी,परचो … Read more