जहाँ बनती हैं तकदीरें अजूबा द्वार है तेरा
जहाँ बनती हैं तकदीरें अजूबा द्वार है तेरा Jahan Banti Hain Takdiren Ajooba Dwar Hai Tera भरी देखी तेरे दरबार में,सभी की खाली ये झोली,फकिरो की हुई चाँदी,सभी की नियते डोली || जहाँ बनती हैं तकदीरें,अजूबा द्वार है तेरा,लजाये फूल बागीचे,गजब श्रृंगार है तेरा || चमकता ये तेरा चेहरा,तेरी आँखो में है मस्ती,खींचे आते है … Read more