जय हो सुंदर श्याम हमारे मोर मुकुट मणिमय हो धारे – खाटू श्याम चालीसा
जय हो सुंदर श्याम हमारे मोर मुकुट मणिमय हो धारे – खाटू श्याम चालीसा जय हो सुंदर श्याम हमारे, मोर मुकुट मणिमय हो धारे।कानन के कुंडल मन मोहे, पीत वस्त्र कटि बंधन सोहे।। गले में सोहत सुंदर माला, सांवरी सूरत भुजा विशाला।तुम हो तीन लोक के स्वामी, घट-घट के हो अंतरयामी।। पद्मनाभ विष्णु अवतारी, अखिल … Read more