खुशियो की छायी बहार ओ भोले
खुशियो की छायी बहार ओ भोलेहो तेरी पर्वत पर जय जयकार ब्रह्म नचे विष्णु नचे नचे रे जोगनीब्राह्मणी लक्ष्मी की बाजे पौ की पैजनियादेवो के हो सरदारीहो तेरी पर्वत पर जय जयकार खुशियो की छायी बहार ओ भोलेहो तेरी पर्वत पर जय जयकार गंधर्वो ने तान सुनाई तां सुनकेदे दना दन भुत्व नचे भंग चड़ाकेभूतनी … Read more