प्रेम का तिनका जोड़ झोपड़ी बनी दीवाने की

प्रेम का तिनका जोड़ झोपड़ी बनी दीवाने कीमैया बस दो रोटी खाले मेरे ग़रीब खाने की।। प्रेम का तिनका जोड़ झोपड़ीबनी दीवाने कीमैया बस दो रोटी खालेमेरे ग़रीब खाने की हमने सुन रखा है माँतू है भाव की भूखीआजा तेरी बात निहारेग़रीब की रूखी सुखी।। मेरी नही औकात तुझेमा भोग लगाने कीमैया बस दो रोटी … Read more