कोठरिया मेरी ऐसी बनईयो नंद के लाल

कोठरिया मेरी ऐसी बनईयो नंद के लालकोठरिया मेरी ऐसी बनईयो नंद के लाल।। जमुना जल की रेती गारा उसकी भीत बना देना,लता पता से उस कुटिया को ऊपर से छवा देना,दरवाजे पर मोहन लिख दो चंदन जड़ी कीबाढ़,कोठरिया मेरी ऐसी बनईयो नंद के लाल।। उस कुटिया के दरवाजे पर तुलसी और केला होवे,लता पता पर … Read more