कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने,जब द्रोपदी दुष्टो ने घेरी जब द्रोपदी दुष्टो ने घेरी,कैसा चिर बढ़ाया रे श्याम तेरी उंगली ने,कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने।। जहेर का प्याला रणजी ने भेजा, जहर का प्याला रणजी ने भेजा,जहेर का प्याला रणजी ने भेजा, जहर का प्याला रणजी ने भेजा,कैसा अमृत … Read more