लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे

लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे,कान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद करे,लिख भेजी पतिया आज रुक्मणि अर्ज करे।। मेरे बाबुल ने एक ना मानी भैया मेरो करे मनमानी,शिशुपाल संग करे मेरो ब्याह रुक्मणि अर्ज क,रेकान्हा ले जाओ आकर आज रुक्मणि याद करे।। ये पतिया असुअन से लिख रही भेद जिया के सारे कह … Read more