माँ के जैसा जमाने में दानी नही
माँ के जैसा जमाने में दानी नहीहकीकत यही है कहानी नही,कोई घर बता जिसकी माँ ही नहीअपने अंचल में माँ जिसको पा ली नहीमाँ के जैसा जमाने में दानी नही।। माँ की होती है बचो पे ममता अपार,अमृत बन के बेहती है आँचल से धारअपनी नजरो से माँ दूर करती नहीदेखते देखते आँख थकती नही।। … Read more