नैया चलाती हूँ मैं बिगड़ी बनाती हूँ

नैया चलाती हु मैं बिगड़ी बनाती हूँ,अपने भगतो का मैं बेडा पार लगाती हूँ।। शरण जो मेरी आ कर के भरोसा जो मुझपर है करता,भगत्त जो है मेरा होता मेरी नजरो में वो रहता,नैया चलाती हु मैं बिगड़ी बनाती हूँ,अपने भगतो का मैं बेडा पार लगाती हूँ।। अगर तूफ़ान आता है नाव हिचकोले खाती है,नाव … Read more