महाकाल तेरे दरबार मे सर को झुकाने आ गए

महाकाल तेरे दरबार मे,सर को झुकाने आ गए,महाकाल तेरे चरणों में,शीश नवाने आ गए।। जिसने ध्यान किया शम्भु का,उसके खुल गए भाग,मुँह मांगा वर पाया उसने,बन गए सारे काम,महाकाल तेरे दरबार में,एक फूल चढ़ाने आ गए।। द्वार खङा हूँ तेरे बाबा,सुन लो मेरी पुकार,आशाऐ तुझसे है बाबा,विनय करो स्वीकार,महाकाल तेरे दरबार में,हम तुझको मनाने आ … Read more