उड़न खटोले से उड़कर पहुंचू मैहर माई के धाम रे

उड़न खटोले से उड़कर पहुंचू,मैहर माई के धाम रे,ऊँची पहाड़िया माई शारदा,मैया जी का मुकाम रे,उड़न खटोले से उड़कर पहुंचू,मैहर माई के धाम रे ।। चार बजे यहाँ सबसे पहले,आल्हा फुल चढ़ावे,सारे जगत में आल्हा भगत जी,सबसे पहले ध्यावे,बड़ी दयालु माई शारदा,पूरण करती काम रे,उड़न खटोले से उड़कर पहुंचू,मैहर माई के धाम रे ।। हे … Read more