मैया अमर कंटक वाली तुम हो भोली भाली
मैया अमर कंटक वाली तुम हो भोली भाली,तेरे गुणगाते है साधू बजा बजा के ताली,मैया अमर कंटक वाली तुम हो भोली भाली,मैया चार बुजाधारी तुम हो भोली भाली।। भूरे मगर किन्ही सवारी हाथ कमल का फूल ,सब को देती रिद्धि सीधी हमे गई क्यों भूल,मैया अमर कंटक वाली तुम हो भोली भाली।। नहीं हमारा कुतब … Read more