मन में बसाके माँ को बंदे जगमग दीप जलता जा
मन में बसाके माँ को बंदेजगमग दीप जलता जाभूल के सारे दुख दर्दो कोगीत खुशी के गाता जाजगमग दीप जलता जा।। माँ शरण में जो भी आयाजो चाहा उसने वो पायाशीश झुकाया जब चरणों में जबभूल गया सब मो माया।। अंतर मन से कोई पुकारेमाँ ही माँ तू गाता जा।। गीत खुशी के गाता जाजगमग … Read more