मेरे लखन दुलारे बोल कछु बोल

मेरे लखन दुलारे बोल कछु बोल,मत भैया को रुला रे बोल कछु बोल,भैया भैया कह के रस प्राणों में घोल,मेरे लखन दुलारे बोल कछु बोल।। इस धरती पे और ना होगा,मुझ जैसा हत भागा,मेरे रहते बाण शक्ति का,तेरे तन में लागा,जा नहीं सकता तोड़ के ऐसे,मुझसे नेह का धागा,मैं भी अपने प्राण तजूँगा,आज जो तू … Read more