सूरत की बलिहारी मेरे अम्बे भवानी

सूरत की बलिहारी मेरे अम्बे भवानी,पहले पहर मैया ऐसे लगत है,जैसे कन्याँ कुमारी मेरी अम्बे भवानी।। दूसरे पहर मियां ऐसे लगत है जैसे सुहागन नारी,मेरी अम्बे भवानी,सूरत की बलिहारी मेरे अम्बे भवानी।। तीसरे पहर मैया ऐसी लगत है जैसे दुल्हन प्यारी,मेरी अम्बे भवानी,सूरत की बलिहारी मेरे अम्बे भवानी।। चौथे पहर मैया ऐसी लगत है जैसे … Read more