नव दुर्गे माँ के नो रूप निराले है

दर्शन पाने वाले किस्मत वाले है,शेल पुतरी पारवती माँ बैल पे करे सवारी, ब्रह्म चारणी माँ है अपने ब्रह्म सुतो की प्यारी,माथे जिसके चंदा सोहे चन्दर घटा माँ न्यारी,जिस जिस ने माँ को धायातन से मन से धन किस्मत वाले है,नव दुर्गे माँ के नो रूप निराले है।। खुश्मांड़ा माँ अपने भगतो के पापो को … Read more