ॐकारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनः
शिव पंचाक्षरी स्तोत्र – ओंकारं बिंदु संयुक्तम् ॐकारं बिंदुसंयुक्तं नित्यं ध्यायंति योगिनःकामदं मोक्षदं चैव ॐकाराय नमो नमः।। ओमकार के रूप में हमारे हृदय के केन्द्र में कौन रहता है ?वह कौन है जिस पर योगियों का निरन्तर ध्यान रहता है ?वो कौन है जो हमारि सभी इच्छाओं की पूर्ति करता है ?जो अपने भक्तों को … Read more