पैदा होती है नारी पति के लिए
पैदा होती है नारी पति के लिए Paida Hoti Hai Naari Pati Ke Liye सीख अनसूया सीता को देने लगी,पैदा होती है नारी पति के लिए।। प्रथम नारी तो वह है सुनो जानकी,सपने में भी पराया पति ना तके,जो समझती हैं पति को ही विष्णु महेश,स्वर्ग समझो वही नारी के लिए,सीख अनसूया सीता को देने … Read more