जिसको हम परमात्मा कहते ये सब खेल उसी का है
इस संसार की गतिविधियों पर नही अधिकार किसी का हैजिसको हम परमात्मा कहते ये सब खेल उसी का हैराम सिया राम राम सिया राम राम सिया राम।। छणभर को भी नहीं छोड़ता सदा हमारे साथ में हैंकाया की स्वासा डोरी का तार उसी के हाथ में हैहंसना-रोना जीना मरना सब उसकी मर्जी का हैजिसको हम … Read more