गिरतों को जिसने संभाला ऐसा है अंजनी लाला पवनसुत बालाजी
गिरतों को जिसने संभाला ऐसा है अंजनी लालापवनसुत बालाजी पवनसुत बालाजीपवनसुत बालाजी भक्तो पवनसुत बालाजीसच्चा है दरबार मेरे बालाजी कामिलता है प्यार मेरे बालाजी का।। कामखेड़ा में जो भी आशा लेकर आते हैंउन भक्तों की बाबा बिगड़ी बनाते हैंकिस्मत का खोलेंगे ताला ऐसा है अंजनी लालापवनसुत बालाजी पवनसुत बालाजी।। भूत प्रेतों से यहां पीछा छुड़ा … Read more