राम भजन कर प्राणी तू
तू राम भजन कर प्राणी,तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥ तू राम भजन कर प्राणी,तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥ काया-माया बादल छाया,मूरख मन काहे भरमाया। उड़ जायेगा साँसका पंछी,फिर क्या है आनी-जानी॥ तू राम भजन कर प्राणी,तेरी दो दिन की जिन्दगानी॥ जिसने राम-नाम गुन गाया,उसको लगे ना दुखकी छाया। निर्धनका धन राम-नाम है,मैं हूँ राम दिवानी॥ … Read more