तूने मुझको इतना दिया कैसे करू मैं तेरा शुकरियाँ
तूने मुझको इतना दिया कैसे करू मैं तेरा शुकरियाँ,जब से हुई है तेरी मेहर जलने लगा है भुजता दिया।। मतलबी लोग सब मतलबी ज़माना था,मिल गया सुबह तो फिर न शाम का ठिकाना था,तूने जीवन महका दिया कैसे करू मैं तेरा शुकरियाँतूने मुझको इतना दिया …. था भरोसा एक दिन सुन ही लेगा श्याम को,बहते … Read more