सब छोड़ के जमाना आया हूँ तेरे द्वारे
सब छोड़ के जमाना आया हूँ तेरे द्वारे,नैया भवर में मेरी तू डुबो या लगा किनारे,सब छोड़ के जमाना आया हूँ तेरे द्वारे।। नदियाँ बड़ी है गहरी पतवार भी है टूटे,संग साथ जो चले थे प्राहो में सारे छुटे,तुम इक अब भरोसा थामे चरण तुम्हारे,नैया भवर में मेरी तू डुबो या लगा किनारे,सब छोड़ के … Read more