दरबार सजा तेरा न्यारा निरखत निरखत मैं हारा
दरबार सजा तेरा न्यारानिरखत निरखत मैं हारा सालासर थारो भवन विराजेझालर शंख नगाड़ा बाजेथारा सूरज सामी सा द्वारानिरखत निरखत मैं हारा दूर देश से चल कर आवांनाचां गावां थाने रिझावनथे हो भक्तां का पालनहारानिरखत निरखत मैं हारा चैत सुदी पूनम को मेलोभक्तां को लागो है रेलोंथारे नाम का गूंजे जैकारानिरखत निरखत मैं हारा माँ अंजनी … Read more