साँवरिया मैं तेरे द्वार पे आके हारी मैं दिल अपना

साँवरिया मैं तेरे द्वार पे आकेहारी मैं दिल अपनाहारी मैं दिल अपना।। जबसे तुझ संग प्रीत लगाईसुध बुध खोई नींद गवाई।। तेरे मान में खुशिया समाईसाँवरिया तेरे द्वार पे आकेहारी मैं दिल अपनाहारी मैं दिल अपना।। लोग कहे मुझे श्याम दीवानीयारी लागी ये बदनामीभावना मान की किसने जानी।। साँवरिया तेरे द्वार पे आकेहारी मैं दिल … Read more