पता कुछ नहीं है कहाँ जा रहा हूँ
पता कुछ नहीं है कहाँ जा रहा हूँ,कहाँ जा रहा हूँ,तू ले जा रहा है वहाँ जा रहा हूँ,वहाँ जा रहा हूँ,पता कुछ नही हैं कहां जा रहा हूँकहां जा रहा हूँ।। तू अंधे की लाठी पता बेपता का,मैं फल पा रहा हूँ अपनी खता का,कहाँ से कहाँ ठोकरें खा रहा हूँ,ठोकरें खा रहा हूँ,पता … Read more