शीश गंग अरधंग पार्वती सदा विराजे शिव योगी

बमम बमम, बमम बमम, बम भोले,शीश गंग अरधंग पार्वती सदा विराजे शिव योगी,बजा बजा के नृत्य है करते, भेष बना साधु जोगी,भाँग धतूरे का कर सेवन, बाग़म्बर रख तन ओढ़े,सूर्य उगे तो इनको ध्याएँ, बादल गरजे तो बोले,बमम बमम, बमम बमम, बम भोले।। पर्वत ऊपर आसन इनका, सारे जग पर है शासन,साँप सपोरे आभूषण हैं, … Read more