इश्क़ हुआ साई जो तुमसे गया ज़माना भूल
इश्क़ हुआ साई जो तुमसे गया ज़माना भूल,चाहत में तेरी कांटे अब तो लगने लगे है फूल,इश्क़ हुआ साई जो तुमसे गया ज़माना भूल।। जब से खुदी को मैंने मिटाया तब से तेरा इश्क़ है पाया,आशिक़ हो गया तेरा साई हमदम अपना तुझे बनाया,तू ही मेरे ईश्वर अल्ल्हा तू ही मेरा रसूल,इश्क़ हुआ साई जो … Read more