शिवजी तेरे चरण में कैलाश को निहारा
शिवजी तेरे चरण मेंकैलाश को निहारा शिवजी तेरे चरण मेंकैलाश को निहाराहर हर ये बोले गिरिवरचंदन का ये वन सार शिवजी तोरे चरण मेंकैलाश को निहारा अजब है तेरी लीलाहिमालय है बरफिलाचाहू और फटकसिलपहाड़ो में ही मिला जोगी बड़ा जहरिला ओवो पार्वती का प्यारा शिवजी तेरे चरण मेंकैलाश को निहारा महाराज चंद्रमा भीराखे बगल में … Read more