प्रयाग आके गंगा नहाना अपना तन मन पवन कर जाना

प्रयाग आके गंगा नहानाअपना तन मन पवन कर जाना,निर्मल जल में डुबकी लगानाअपना तन मन पवन कर जाना।। माँ गंगा को तुम अपने मन में बसाओसभी पाप धुल जाए दीपक जलाओ,फिर श्रदा से अपने तू सिर को जुकाओ ,हो कमाना पूरी तुम गंगा नहाओ,फिर गंगा माँ से अर्जी लगाना,अपना तन मन पवन कर जाना।। ये … Read more