सूझे न डगरियाँ श्याम बिना

सूझे न डगरियाँ श्याम बिना,कब लोगे हमारी नाथ खबरियां श्याम बिना।। गोकुल छोड़ी मथुरा सिधारोकब होये है हमरीऔर नजरियां श्याम बिना,सूझे न डगरियाँ श्याम बिना।। उलझ गयो जब दुर्योधन से,नाश कियो गोकुल नगरियां श्याम बिना,सूझे न डगरियाँ श्याम बिना।। हम चितवत तुम चितवत नाहीहे मोहन चितचोर सांवरियां श्याम बिना,सूझे न डगरियाँ श्याम बिना।। Sujhe Na … Read more