सुनो जी मेरी बालाजी हनुमान मेहंदीपुर हनुमान

मेरी बात बिगड़ती जावेकुछ नही समझ में आवेहो रहा सू बहुत घाना परेशनसुनो जी मेरी मेहंदीपुर हनुमानसुनो जी मेरी बालाजी हनुमान।। दुनिया घनी ठोकर ख़ाकेबैठा सू मैं घर लुटवाके ।। बैठा संकट पंख फैलक़ेकिसने दर्द सुनौउ मैं जाकेजान मेरी हो रही घनी वीरानसुनो जी मेरी बालाजी हनुमानसुनो जी मेरी सालासर हनुमान।। बाबा बिगड़ी बात बनादेमेरा … Read more