ऊँ जय कश्यप नन्दन सूर्य देव आरती
ऊँ जय कश्यप नन्दन, प्रभु जय अदिति नन्दनत्रिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चन्दन सप्त अश्वरथ राजित, एक चक्रधारीदु:खहारी, सुखकारी, मानस मलहारी सुर मुनि भूसुर वन्दित, विमल विभवशालीअघ-दल-दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली सकल सुकर्म प्रसविता, सविता शुभकारीविश्व विलोचन मोचन, भव-बंधन भारी कमल समूह विकासक, नाशक त्रय तापासेवत सहज हरत अति, मनसिज संतापा नेत्र व्याधि हर सुरवर, … Read more