री राधा है आधा है तेरे बिन

हे कान्हा हे कान्हाहे कान्हा तेरी याद जो आएमेरे दिल को सताएफिर भी क्यो सताता हैतेरी राधा है आधा है तेरे बिनफिर भी क्यो सताता है।। तेरी जब बाँसुरी कीधुन सुनाई देती है।। कितना भी रोकू वो पास बूलौऊहोशो हवस नही क्या क्या कर जाती हूपता नही कब पास तेरे मैं आती हू।। He Kanha … Read more