मन मंदिर में राम बसाले

मन मंदिर में राम बसालेछोड़ दे ये नादानीतू कहे मन करेदो दिन की है ज़िंदगानी।। छोड़ दे सारे स्वार्थ के धंधेकट जाएंगे तेरे जनमो के फंदे।। ले समझ अभी भी ओ मूरख बंदेये जग है जैसे बढ़ता पानी।। तू कहे मन करेदो दिन की है ज़िंदगानी।। दुनिया के भोगो में अक़ल तेरी खोयीप्रीति राम से … Read more