तुम अगर मोहन मुरली बजाते रहो

तुम अगर मोहन मुरली बजाते रहो,गीत गाता रहूँ मैं तुम्हारे लिए,करके श्रृंगार तुम मेरे आगे रहो,गीत लिखता रहूँ मैं तुम्हारे लिए।। सँवारे रंग पे तेरे दीवाना हुआ,श्याम सुंदर सलोने ये सारा जगत,सर पे तिरछे नज़र की छटा है अज़ब,इसलिए तो दीवाना है सारा जगत,सामने आओ मोहन हमारे ज़रा,मोर पंखी सजा दूं तुम्हारे लिए।। माथे चंदन … Read more