राम नाम का सुमिरन करले फेर प्रेम की माला रे

राम नाम का सुमिरन करले फेर प्रेम की माला रे Ram Naam Ka Sumiran Karle Pher Prem Ki Mala Reउसका दुश्मन क्या कर सकता जिसका राम रुखाला रे।। राम नाम का सुमिरन करले फेर प्रेम की माला रे,उसका दुश्मन क्या कर सकता जिसका राम रुखाला रे।। हिरणाकुश प्रह्लाद भक्त का,जानी दुश्मन बन के रे,जल्लादो को … Read more