वैष्णो माँ की देख छटा मेरो मन है गयो लटा पटा
वैष्णो माँ की देख छटा मेरो मन है गयो लटा पटा,महारानी की देख छटा मेरो मन है गयो लटा पटा।। पर्वत ऊपर भवन सुहाना मैया जी का वाहा ठिकाना,अरे उडती जो ले जा घटा मेरो मन है गयो लटा पटा।। गरब जून एक गुफा है सुंदर नो महीने रही मैया अन्दरबहार लांगुर रहा तका मेरो … Read more