यशोदा हरी पालने झुलावे जी

यशोदा हरी पालने झुलावे जी यशोदा हरी पालने झुलावे जी,हर रावे दुलराये मन हावे जी,जोई सोई कछु कछु गावेयशोदा हारी पालने झुलावे जी, मेरे लाल को आओ निन्दरियां,काहे न कहानी सुहावे,तू काहे न बेगी सी आवे,तू को कान्हा बुलावे,यशोदा हरी पालने झुलावे जी, कब हु पंक हरी मुंदिल एक है,कब हु अधर पर गावे,सोह्वत जानी … Read more