ये भाग्य अभागे का जगा दो हे राम जी
ये भाग्य अभागे का जगा दो हे राम जीकरुणानिधान भोग लगा दो हे राम जी शबरी के मीठे बेर ये तंदुल विदुर के हैंठुकरा ना देना इनको ये दो टुकड़े दिल के हैंअमृत मेरे भोजन को बना दो हे राम जीकरुणानिधान भोग लगा दो हे राम जी अर्पण है प्रभू आपको ये भेंट दास की,ज्योती … Read more