तेरे दरबार का नज़ारा देखने आया हूँ

तेरे दरबार का नज़ारा देखने आया हूँ
भर दे अब झोली श्याम बाबा हाँ मैं आया हूँ
ओ बाबा आया हूँ हाँ बाबा आया हूँ

तेरी चौखट पे ओ बाबा तड़पना मेरा
आँख से बहते हैं आंसू बना ले अपना
भर दे अब झोली खुशियों से ना देर लगा
तेरे चरणों में सर अपना झुकाने आया हों
भर दे अब झोली श्याम बाबा हाँ मैं आया हूँ
ओ बाबा आया हूँ हाँ बाबा आया हूँ

मैंने खुशियों को देखा है दुसरो की सदा
मेरी किस्मत में कुछ नहीं है ये तुझको है पता
तेरी चौखट पे सर झुकाये खड़ा देख ज़रा
खाटू की बातें सुन सुन के खुश होता हूँ
भर दे अब झोली श्याम बाबा हाँ मैं आया हूँ
ओ बाबा आया हूँ हाँ बाबा आया हूँ

मेरे सपनो में ओ बाबा वो आना तेरा
हाथ पकड़ के हाँ मुझको उठाना तेरा
कर दे अब सच भी वो सपना जो देखा तेरा
दुनिया कहती हैं तेरे दर से ना कोई जाता यूँ
भर दे अब झोली श्याम बाबा हाँ मैं आया हूँ
ओ बाबा आया हूँ हाँ बाबा आया हूँ

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