
तेरी मोरछड़ी लहराई सारे जग में खुशियां छाई
ओ हो हो ………….
तेरी मोरछड़ी लहराई सारे जग में खुशियां छाई
मेरा रोम रोम मुलक रहा
सांवरिया कृपा यूँ बरस रहा
आँख में आंसू भर के आई थी तेरे दर पे
हाथ तुमने पकड़ा था सांवरिया
तुमने मुझको राह दिखाई मेरी बगिया तूने खिलाई
मेरा रोम रोम मुलक रहा
सांवरिया कृपा यूँ बरस रहा
मुसीबत जब जब आये ये रेले चढ़ कर आये
ह्रदय से अपने लगाए सांवरिया
मेरी लाज पे आंच ना आये संकट दूर खड़ा रह जाए
मेरा रोम रोम मुलक रहा
सांवरिया कृपा यूँ बरस रहा
भरोसा करके देखो दर पे आके देखो
प्रेमी से मिलने बैठा सांवरिया
मैं भक्तों बीती अपनी बताऊँ शरण में इनके शीश झुकाऊं
मेरा रोम रोम मुलक रहा
सांवरिया कृपा यूँ बरस रहा