
अँखियाँ कारी कारी सुरमा फिर एक न्यारी
काना सोहे बाली आधार बंसी प्यारी
थारी ये चितवन हिवड़े भागी श्यामजी
थारी सु पीतल ली लागि श्याम जी
थारी सुरतिया थारी सुरतिया
थारी सूरत बाबा सांवली नैना ने कर गई बावली
नीदल ले हो गयी मारे ली हो घूम घूम घूम घूम हो।।
म्हे तो मिजाजी था रे लारे फिरा
निजरा मिलाओ म्हे से म्हारा संवारा।।
निजरा सु निजरा की करलो बालतली
भले मिलाओ निजरा एक शातली
थारी सूरत बाबा सांवली नैना ने कर गई बावली
नीदल ले हो गयी मारे ली हो घूम घूम घूम घूम हो।।
थारी सूरत बाबा सांवली नैना ने कर गई बावली
नीदल ले हो गयी मारे ली हो घूम घूम घूम घूम हो।।
हो महासों दीवानो बाबा होगा नहीं हाथा लेके दिवलो ढूढलो कही
हो महासों दीवानो बाबा पाउगा नहीं हाथा लेके दिवलो ढूढलो कही
चाकरा की मत ना करे चाकरी
श्याम सवेरे थारी बाजवा हजारी ।।
थारी सूरत बाबा सांवली नैना ने कर गई बावली
नीदल ले हो गयी मारे ली हो घूम घूम घूम घूम हो।।
आवो जी बाबा जी कदे बन बावरा
रास्ता बिछा दू थारे पलक पवाडा
बात मानो अब तो बाबा म्हारी ली
बोलू थारी चोखी करसि खातिर ली ।।
थारी सूरत बाबा सांवली नैना ने कर गई बावली
नीदल ले हो गयी मारे ली हो घूम घूम घूम घूम हो।।