तू मान जा ओ बाबा मान जा

मानू सू मैं गलती बाबा तू मान जा,
ओ बाबा मान ज्या हाय बाबा मान ज्या,
मानूं सूं मैं गलती बाबा,
तू मान जा ओ बाबा मान जा ।।

काहे तू रूस्या बैठ्या क्यों सै मरोड़ में,
भगतां ने दे दे दर्शन मैं भी सूं होड़ में,
हो मेरे श्याम धणी रै मेरे श्याम धणी,
मानूं सूं मैं गलती बाबा ओ बाबा मान जा।।

ओ मेरे लखदारी मेरे लखदारी,
तू मान जा ओ बाबा मान जा।।

तेरे चरणों में बाबा जीवन बीता दूँ,
भजनों में तेरे दिलबर सबकुछ भुला दूँ,
ओ सारा देखे जहाँ रै सारा देखे जहां,
करूँ सेवादारी बाबा मान जा।।

ओ मेरे लखदारी मेरे लखदारी,
तू मान जा ओ बाबा मान जा।।

भगतों के दिल में रहता हरदम तू श्याम रै,
अपने प्रेमी के करता सब कुछ कुर्बान रै,
सारा जग ये जाणे सै तेरी माया बाबा मान जा।।
ओ मेरे लखदारी मेरे लखदारी,
तू मान जा ओ बाबा मान जा।।

ओ बाबा मान ज्या हाय बाबा मान ज्या,
मानूं सूं मैं गलती बाबा,
तू मान जा ओ बाबा मान जा।।

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