
ये मकान सुना सुना लागे राम के बिना
राम के बिना हनुमान के बिना
ये मकान सुना सुना लागे राम के बिना।।
पतंग उड़ता है आकाश में रहे डोर तुम्हारे हाथ में
हम रहते है मगर दिल है तुम्हारे हाथ में।।
गुरु बिना है चेला सुना चेला बिना गुरुजी सुना
दोनो सुने सुने लागे ज्ञान के बिना
ये मकान सुना सुना लागे राम के बिना।।
पति बिना है पत्नी सुनी पत्नि बिना पति है सुना
दोनो सुने सुने लागे प्रेम के बिना
ये मकान सुना सुना लागे राम के बिना।।
ये मकान सुना सुना लागे राम के बिना
राम के बिना हनुमान के बिना
ये मकान सुना सुना लागे राम के बिना।।