काशी नगरी से आये हैं मेरे भोले नाथ

काशी नगरी से आये हैं मेरे भोले नाथ

Kashi Nagari Se Aaye Hai Mere Bhole Nath

सुनके भक्तों की पुकार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं भोले शंकर

सुनके भक्तों की पुकार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं मेरे भोले नाथ

सुनके भक्तों की पुकार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं मेरे भोले शंकर

भस्मी रमाये देखो डमरू बजाये,
कैसा निराला भोले रूप सजाये,
गले में है सर्पो का हार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं मेरे भोले नाथ

मृग चाल पहने है जटाओ में गंगा,
चम चम चमकता है माथे पे चंदा,
गौरी मैया के श्रृंगार होके नंदी में सवार,
काशी नगरी से आये हैं भोले शंकर..

देवों के देव इनकी महिमा महान है,
भोले भक्तों के ये तो भोले भगवान है,
करने भक्तों का उद्धार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं भोले शंकर

सुनके भक्तों की पुकार होके नंदी पे सवार,
काशी नगरी से आये हैं मेरे भोले नाथ

Pradeep Mishra Ji Ke Bhajan

Sunke Bhakto Ki Pukar Hoke Nandi Pe Savar

Kashi Nagari Se Aaye Hai Mere Bhole Nath

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