
हे दुख भंजन गौरी नंदन वंदन है तेरा
Hey Dukh Bhanjan Gauri Nandan Vandan Hai Tera
हे दुख भंजन गौरी नंदन वंदन है तेरा
विघन विनाशक शंकर सुत अभिनंदन है तेरा
दर पे तेरे जो है आता
कष्ट उनका दूर हो जाता है।।
सच्चे मन से जो बप्पा को भजता है
अपना बप्पा दुख उसका हर लेता है
कश्त कलेश टू पास फटक ना पटे है
पाकर खुशियां सारे भक्त अघाते हैं।।
दर्शन पाके मन शुद्ध हुआ
कार्य उनका न कोई अवरुद्ध रहे।।
अगर पूजा के अधिकारी वंदन है तुम्हारा
दर पे तेरे जो भी आता है
कश्ता उनका दूर हो जाता।।
गजानन हे गनराया जो रटता है
दुख दरिद्र उसका क्षण में घाटा है।।
उनके तीनो लोक सवार ही जाते हैं
सुख पाके दुख के बादल छत जाते हैं।।
मान उनका बढ़े और ज्ञान बढ़े
जीवन पथ पर सम्मान बड़े।।
हे लंबरदार हे पीताम्बर
वंदन है तेरा।।
विघन विनाशक शंकर सुत
अभिनंदन है तेरा।।
दर पर तेरे जो भी आता
कश्ता उनका दूर हो जाता।।
Hey Dukh Bhanjan Gauri Nandan
Vandan Hai Tera
Vighan Vinashak Shankar Sut
Abhinandan Hai Tera
Dar Pe Tere Jo Hai Aata
Kasht Unka Door Ho Jata
Sachche Man Se Jo Bappa Ko Bhajta Hai
Apna Bappa Dukh Uska Har Leta Hai
Kasht Kalesh To Pass Fatak Na Pate Hai
Paakar Khushiya Saare Bhakt Aghate Hai
Darshan Paake Man Suddh Hua
Karya Unka Na Koi Avruddha Rahe
Agra Pooja Ke Adhikari Vandan Hai Tumhara
Dar Pe Tere Jo Bhi Aata Hai
Kashta Unka Door Ho Jata
Gajanan Hey Ganraaya Jo Ratata Hai
Dukh Daridra Uska Kshan Mein Ghatata Hai
Unke Teeno Lok Savar Hi Jaate Hai
Sukh Paake Dukh Ke Badal Chhat Jaate Hai
Maan Unka Badhe Aur Gyaan Badhe
Jeevan Path Par Samman Bade
Hey Lambordar Hey Peetamber
Vandan Hai Tera
Vighan Vinashak Shankar Sut
Abhinandan Hai Tera
Dar Par Tere Jo Bhi Aata
Kashta Unka Door Ho Jata
इन गणेश भजन को भी देखे –
- आज बुधवार है गणपत जी का वार है
- आओ मिलकर श्री गणेश कहे
- शिव गौरी पुत्र गणेश प्रथम प्रणाम करो
- प्रथमेश्वर देवेश्वर करु देव वंदना
- ओ गणेश विघ्नो का तू है हरता
- तुम देवो के सरताज तुम्हारा चारो तरफ है राज गजानन गणपति
- हर दुख हरलो हे शिव के राजदुलारे गणेशा
- सबके काज सवारो मेरे गणपति जी महाराज
- गजानंद कृपा बरसा दे
- गोद में गजानन मचल गायो रे
- शिव शंकर के लाडले माँ गौरा के लाल
- मेरे कीर्तन में हे गणपति गजानन अब तो आ जाओ
- गणपति घर मेरे आना जी आके दरश दिखाना जी