
सजी उज्जैन की नगरी मेरे महाकाल बाबा री,
करो अभिषेक बाबा का मेरे महाकाल राजा का
मेरे महाकाल राजा का
सजी उज्जैन की नगरी मेरे महाकाल बाबा री।।
चढ़ाउ शिप्रा जल इनको प्रेम से प्यार की धारा,
प्रेम से प्यार की धारा,
करो अभिषेक बाबा का मेरे महाकाल राजा का
सजी उज्जैन की नगरी मेरे महाकाल बाबा री।।
बरस आई मेरी आँखे देख कर रूप बाबा का
लगाऊ भस्म माथे पर मेरे महाकाल बाबा की
सजी उज्जैन की नगरी मेरे महाकाल बाबा री।।
सवारी निकली बाबा की देखने अपने भगतो को
करू अरदास बाबा से मेरे महाकाल राजा से
सजी उज्जैन की नगरी मेरे महाकाल बाबा री।।