
कैसे रोग लाग्यो थारो बाबा कोई वैद्य काम ना आये,
मोर छड़ी को झाड़ा देदे कष्ट म्हारा मिट जाए।।
करग्या कोई जादू कारो म्हारे श्याम ने बुलवा दो,
म्हारा श्याम की मोर छड़ी को म्हणे झाड़े लगवा दो।।
म्हारे जादू ऐसो होने लाग्यो,
मैं श्याम श्याम ही रटती हूँ,
उनके दर्शन री जोग लगी,
मैं उनके लिए तड़पती हूँ।।
घर में म्हारे खाटू वाले को मंदिर बन व दो,
म्हारा श्याम की मोर छड़ी को म्हारे झाड़े लगवा दो।।
करग्या कोई जादू कारो म्हारे श्याम ने बुलवा दो,
म्हारा श्याम की मोर छड़ी को म्हणे झाड़े लगवा दो।।
बस एक झलक दिखी शा श्याम की
तबसे म्हारी ये हालत है,
म्हारे न्याय दिलाने चलो श्याम को
मेरी श्याम को लाग्यो अदालत है,
कोई जतन जब मिले नहीं तो,
म्हणे खाटू भिजवा दो
म्हारा श्याम की मोर छड़ी को म्हारे झाड़े लगवा दो।।
करग्या कोई जादू कारो म्हारे श्याम ने बुलवा दो
म्हारा श्याम की मोर छड़ी को म्हणे झाड़े लगवा दो।।